माफ करिएगा दोस्‍तों
के बहुत दिनों बाद
आपकी महफिल में हम आए हैं । 
शब्‍द भी वही, ख्‍याल भी वही,
सपने भी वही, मिजाज भी वही,
बस्‍स बहुत दिनों बाद
आपकी महफिल में हम आए हैं ।
हो गईं हों अगर कुछ गलतियां
तो माफी का हक बनता है
आपने भी तो कहां
इतने बरसों हमें याद किया ।


This entry was posted on Sunday, August 05, 2012 and is filed under . You can follow any responses to this entry through the RSS 2.0 feed. You can leave a response, or trackback from your own site.

2 टिप्पणियाँ:

    Atul Sharma said...

    लंबे अंतराल के बाद पुन: एक बार वापसी की है । उम्मीद है अपने आलस को तज कर कम से कम कुछ समय तो दे पाऊगां ।

  1. ... on 5 August 2012 at 04:01  
  2. Smart Indian said...

    Welcome back! देर आयद दुरुस्त आयद!

  3. ... on 5 August 2012 at 11:42